मुंबई \ ठाणे \ महाराष्ट्र, 13 जुलाई: हीरानंदानी ग्रुप ने मुंबई के पास स्थित ठाणे के घोडबंदर रोड पर 350 एकड़ में फैली हीरानंदानी एस्टेट टाउनशिप में 2.6 मिलियन वर्ग फुट का कमर्शियल रियल एस्टेट क्षेत्र डेवलप किया है। इस डेवलपमेंट के लिए ग्रुप ने हीरानंदानी बिजनेस पार्क में लगभग 1000 करोड़ रुपए का निवेश किया है। ऑक्युपेशन सर्टिफिकेट के साथ लीज पर देने के लिए तैयार खड़ा 'क्वांटम' एक 25 मंजिला टॉवर है, जो 0.6 मिलियन वर्ग फुट में फैला हुआ है तथा 21 मंजिला 'सेंटॉरस' टॉवर दिसंबर 2022 तक तैयार हो जाएगा, जो 2 मिलियन वर्ग फुट में फैला है। चूंकि मुंबई शहर का विकास सीधी रेखा के रूप में होता आया है, इसलिए कमर्शियल जगहों के लिए महानगर के उत्तरी व्यापारिक जिले हॉट स्पॉट बने हुए हैं। आर्थिक केंद्रों का उपनगरों की ओर विकेंद्रीकरण व विसंकुलन होने की बदौलत इस ट्रेंड को कोविड-19 महामारी ने और तेज कर दिया है, जो वर्कफोर्स के लिए घर के पास समानांतर कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर और काम करने के विकल्प उपलब्ध कराता है।
यह नया कमर्शियल डेवलपमेंट उस न्यू नॉर्मल के अनुरूप है, जो काम-काज के मामले में घर के पास ही 'कार्यस्थल' होने की मांग करता है। दोनों कमर्शियल टावर 'वॉक टू वर्क' लाइफस्टाइल की पेशकश करेंगे, जिससे कर्मचारियों की सेहत और ग्राहक-केंद्रीयता के बीच एक संतुलन स्थापित होगा, जो अब कमर्शियल रियल एस्टेट के दो सांकेतिक शब्द यानी नारा बन चुके हैं।
हीरानंदानी ग्रुप के संस्थापक और एमडी डॉ. निरंजन हीरानंदानी की राय में कोविड के बाद किसी एकीकृत टाउनशिप में 'वैल्यू होम्स' के पास ही 'वैल्यू ऑफिस' का होना 'कामकाज के भविष्य' का एक आदर्श परिदृश्य है। सर्व-समावेशी स्थलों पर जीवन को समग्रता प्रदान करने वाली उभरती हुई लोकेशन, भविष्योन्मुख बुनियादी ढांचे और संपन्न सामाजिक-नागरिक सुविधाओं के संदर्भ में यह एक पैसा-वसूल पेशकश है।“ ग्रुप के पास ठाणे में 3.5 मिलियन वर्ग फुट कमर्शियल जगह डेवलप करने का एक आजमाया हुआ ट्रैक रिकॉर्ड मौजूद है, जो इसके लगातार बढ़ते ग्राफ, मॉड्यूलता और टिकाऊपन को दर्शाता है।
ठाणे स्थित घोड़बंदर रोड मुंबई-एमएमआर के परिवहन संपर्कों को जोड़ने वाली प्रमुख सड़क है। मेट्रो 4, 4ए एवं 5, बोरीवली से ठाणे तक की भूमिगत सुरंग, तटीय सड़क और उल्हास नदी के अंदरूनी जलमार्ग जैसे बड़े बुनियादी ढांचे विकसित होने की प्रक्रिया में हैं, जिसके चलते यह रोड बीएफएसआई, आईटी एवं आईटीईज, फार्मा, आरएंडडी, शिपिंग और ग्लोबल लॉजिस्टिक्स की कंपनियों के लिए पसंदीदा विकल्प बन गई है। क्वांटम और सेंटॉरस टॉवर एक ऐसी लोकेशन पर प्रीमियम लीज की कमर्शियल जगहें उपलब्ध करा रहे हैं, जो 'रीलोकेशन' स्पेक्ट्रम के दोनों सिरों पर फिट बैठती हैं। ये टॉवर किसी केंद्रीय लोकेशन पर अपना कंसॉलिडेशन और विस्तार चाहने वाले कॉरपोरेट्स व बहुराष्ट्रीय कंपनियों के लिए सर्वथा उपयुक्त हैं; खासकर इस ‘न्यू नॉर्मल’ दुनिया में ये मानव संसाधनों के करीब स्थित सैटेलाइट कार्यालयों के 'हब एंड स्पोक' वाले मॉडल के भी अनुकूल हैं।
अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए डॉ. हीरानंदानी ने कहा, “कोविड महामारी से उपजे संकट के चलते ग्राहक कई हिस्सों में बंट गए हैं और नए किस्म की मांग बढ़ी है। नए कमर्शियल टावरों को रणनीतिक रूप से 'कॉन्शियस कंज्यूमरिज्म' के सिद्धांत पर विकसित किया गया है, जो एक सोचा-समझा निर्णय है। सकारात्मक रूप से सामाजिक, पर्यावरणीय और आर्थिक प्रभाव उत्पन्न करना इस निर्णय का मुख्य उद्देश्य है। कर्मचारियों के घरों के करीब कार्यस्थल होने के परिस्थितिजन्य लाभों में- कार्बन न्यूट्रैलिटी, बढ़ी हुई उत्पादकता और कर्मचारियों को टिकाए रखने की क्षमता में वृद्धि होना शामिल है। दीर्घकालिक स्थायी व्यावसायिक लक्ष्य प्राप्त करने की दिशा में ये लाभ पूरी तरह से मेल खाते हैं।”
जैसे कि इंडिया इंक अपनी व्यावसायिक निरंतरता वाली योजनाओं की पटरी स्वास्थ्य, कल्याण और स्थिरता प्रदान करने वाले लक्ष्यों के साथ पुनः बिठा रहा है, ऐसे में हीरानंदानी बिजनेस पार्क, ठाणे इस इको-सिस्टम में बड़ी आसानी से एकदम फिट बैठता है। क्वांटम और सेंटॉरस टॉवर नए दौर के उन कॉरपोरेट्स की राह देख रहे हैं, जो न केवल एक स्मार्ट व्यवसाय वाले विकल्प की तलाश में हैं, बल्कि एक ऑर्गैनिक कार्यस्थल भी ढूंढ़ रहे हैं।